प्रसाद भारद्वाज
https://youtu.be/HrhTrQoDvw0
इस वीडियो में, हम शिव सूत्र के 11वें सूत्र "त्रितय भोक्ता वीरेशः" का विश्लेषण करते हैं। इसमें शिव को जाग्रति, स्वप्न, और गहरी नींद की तीनों अवस्थाओं के आनंद का अनुभव करने वाले के रूप में वर्णित किया गया है। इस सूत्र के माध्यम से, हम समझते हैं कि कैसे एक योगी मन और इंद्रियों पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त करके इन अवस्थाओं का अनुभव कर सकता है। जानिए इस सूत्र की आध्यात्मिक यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका और यह हमें क्या गहरे अर्थ सिखाता है, इस वीडियो के माध्यम से।
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