साधना पंचकम स्तोत्रम - भावार्थ - आत्म-साक्षात्कार प्राप्ति के लिए श्री आदि शंकराचार्य द्वारा रचित पाठ (Sadhana Panchakam Stotram - Meaning - A composition by Sri Adi Shankaracharya for attaining Self-realization.)


🌹 साधना पंचकम स्तोत्रम - भावार्थ - आत्म-साक्षात्कार प्राप्ति के लिए श्री आदि शंकराचार्य द्वारा रचित पाठ 🌹

प्रसाद भरद्वाज

https://youtu.be/pLoMlB5jX5A


श्री आदि शंकराचार्य द्वारा रचित साधना पंचकम एक महान ग्रंथ है, जिसमें मनुष्य आत्म साक्षात्कार, दिव्य संपर्क और आध्यात्मिक ज्ञान कैसे प्राप्त कर सकता है, यह पाँच श्लोकों में विस्तार से समझाया गया है। यह ध्यान, भक्ति और धर्मपूर्ण कर्मों के माध्यम से इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक मार्गदर्शिका है। हर श्लोक आत्म-अनुसंधान, दिव्य भक्ति और सद्गुणों की वृद्धि के लिए व्यावहारिक निर्देश प्रदान करता है। शंकराचार्य ने यहाँ सत्य का महान मार्ग दिखाया है, जो वेदों और उपनिषदों के अनगिनत आचार्यों द्वारा अपनाया गया था। जो भी साधक ईमानदारी से इन बिंदुओं का अनुसरण करेगा, वह निश्चित रूप से अपने मार्ग से नहीं भटकेगा और निरर्थक, आत्म-नाशकारी तर्कों और झूठे निष्कर्षों के जाल में नहीं फंसेगा।

🌹🌹🌹🌹🌹


No comments:

Post a Comment