शिव सूत्र - भाग 1 - शम्भवोपाय - 8वां सूत्र: ज्ञानम जाग्रत - "सक्रिय जागरूकता और चेतना से उत्पन्न ज्ञान को जाग्रत ज्ञान कहा जाता है। यह द्वैत, भ्रांति, अहंकार, विभाजन और अज्ञानता जैसे गुणों से युक्त मूल धारणा का ज्ञान है।" (Siva Sutras - Part 1 - Sambhavopaya - 8th Sutra : Jhnaanam Jagrat - 'The knowledge that arises from active wakefulness is jagrat jhnaanam. It is the root perception with the characteristics of duality, delusion, ego, separation and ignorance.')


🌹 शिव सूत्र - भाग 1 - शम्भवोपाय - 8वां सूत्र: ज्ञानम जाग्रत - "सक्रिय जागरूकता और चेतना से उत्पन्न ज्ञान को जाग्रत ज्ञान कहा जाता है। यह द्वैत, भ्रांति, अहंकार, विभाजन और अज्ञानता जैसे गुणों से युक्त मूल धारणा का ज्ञान है।" 🌹

✍️ प्रसाद भारद्वाज

https://youtu.be/yatL-uxNcqI



इस सूत्र में ज्ञान के स्वभाव और जागरूक अवस्था के साथ उसके संबंध का गहन विश्लेषण किया गया है। यह बताता है कि सच्चा ज्ञान सतर्कता और बाहरी दुनिया के साथ सक्रिय संपर्क से उत्पन्न होता है। यह सूत्र जीवन में ज्ञान प्राप्त करने और उसे लागू करने में जागरूकता के महत्व को रेखांकित करता है। साथ ही यह इंद्रिय-आधारित ज्ञान की सीमाओं को भी दर्शाता है और यह कैसे द्वैत, अहंकार, और अज्ञानता से जुड़ा होता है। आध्यात्मिक विकास के लिए विवेक की भूमिका पर भी प्रकाश डालता है।

🌹🌹🌹🌹🌹

No comments:

Post a Comment